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उन्मुक्त हँसी परिचायक है
versha varshney {यही है जिंदगी } जय श्री कृष्णा मित्रो, यही है जिंदगी में मैंने मेरे और आपके कुछ मनोभावों का चित्रण करने की छोटी सी कोशिश की है ! हमारी जिंदगी में दिन प्रतिदिन कुछ ऐसा घटित होता है जिससे हम विचलित हो जाते हैं और उस अद्रश्य शक्ति को पुकारने लगते हैं ! हमारे और आपके दिल की आवाज ही परमात्मा की आवाज है ,जो हमें सबसे प्रेम करना सिखाती है ! Bec Love iS life and Life is God .
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उन्मुक्त हँसी परिचायक है
164,#दुःखद
162,जय श्री कृष्ण मित्रो ,आपका दिन शुभ हो ।मेरा लेख ग्वालियर से प्रकाशित #श्री राम एक्सप्रेस में ,हार्दिक आभार आदरणीय
160.जय श्री कृष्ण दुनिया के लिए आप सिर्फ एक भीड़ हैं और अपनों के लिए दुनिया । कोशिश करें कि अपनों का साथ ताउम्र बना रहे