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Thursday 30 March 2017

                                       ४८, आत्मा

शजर के पत्तों को अपना घर कहने वाले ,
कभी इस तन को भी बसेरा समझा होता !

सजाते हो जिस फख्र से घर अपना,
कभी आत्मा को भी सजाया होता !!

Wednesday 29 March 2017

                                             ४७.ढोंग 

बहुत दिनों से एक विचार रखने की कोशिश में हूँ ।क्या हमारे धर्म में अपने भगवान् की तस्वीर हर खाने पीने की चीज या पूजा से सम्बंधित वस्तुओं पर लगाने का जन्मसिद्ध अधिकार है या सामान को बेचने की प्रतिस्पर्धा ?क्या भगवान् की तस्वीर से सिद्ध होता है कि वस्तु की क्वालिटी बढ़िया है ?ये अधिकार किसने दिया है बाजार को ?क्या इन वस्तुओं का उत्पादन करने वाली कंपनी ने कभी गौर से सोचा भी है कि सामान को प्रयोग करने के बाद इन खाली पैकेट्स का क्या होता है ?जब मेरे यहाँ ऐसा कोई सामान आता है तो सोच में पड़ जाती हूँ कि इनका क्या करूँ ,क्योंकि इन खाली थैलों पर भगवान् के फ़ोटो लगे हैं ।जरा सोचिए क्या आपने ये काम किसी और धर्म में देखा है ? क्या ये हमारे भगवान् का अपमान नहीं है ? क्या आप इन खाली रैपर को कूड़े के ढेर में पैरों से ठोकर मारकर नहीं चलते ? मेरा अनुरोध है सभी कंपनी से कृपया अपने भगवान् को प्रचार का माध्यम न बनाएं । एक बार ध्यान से जरूर सोचें । हमारी आस्था मजाक का आधार कैसे बन गयी और कब ? आदरणीय योगी जी से अनुरोध है कृपया भगवान् के फोटो पूजा और खाने पीने की वस्तुओं पर वैन लगाने की कृपा करें ।यदि आप सभी इस बात से सहमत हैं तो इस msg को आगे बढ़ाने में मेरी मदद करें ।
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़

Sunday 26 March 2017

                                              ४६ .रचना 

जय श्री कृष्णा मित्रो ,आज(२५/३/१७ ) के ट्रू टाइम्स में मेरी रचना !

              









                                             ४५.गीत 

मेरे गीत को अपनी आवाज और सुर में ढालने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया Yatindragovil सर !

रंगों की फुहार में दिल डूबने को चाहे श्याम के संग राधिका देखो कैसे है लजाए        

-7:54

Yatindra Govil
                  

Thursday 23 March 2017

                                   ४४.शहीद दिवस 

सभी शहीदों को मेरा लाख लाख नमन !!

खेल कर खून की होली देश की.... लाज बचायी थी !
धन्य हैं वो बेटे जिन्होंने माँ के दूध की शान बचाई थी !!
जय हिन्द ,जय भारत

                  ४३.वार्ष्णेय मंडल समारोह 

जय श्री कृष्णा ,आप सभी का दिन शुभ हो । वार्ष्णेय विष्णुपुरी मंडल का होली मिलन कार्यक्रम मुझे वो ख़ुशी देकर गया जिसकी मैंने स्वप्न में भी कल्पना नहीं की थी! अपने से बड़ों से जब हमें सम्मान के रूप में कुछ शब्द मिलते हैं तो दिल को बेइंतहा ख़ुशी दे जाते हैं । वो किसी भी बड़े सम्मान से ज्यादा होते हैं। अपने कॉलेज के सर द्वारा मिली तारीफ़ दिल को छू गयी । बहुत बहुत धन्यवाद ईश्वर का ,मेरे गुरुजनों का जिन्होंने मुझे कृतज्ञ कर दिया । मेरे गुरुजन श्री वार्ष्णेय कॉलेज के प्रोफेसर shri Nirmal kumar ji , shri S.k.varshney ji ,Mam kamla kumar ji adhyaksh of varshney civil line mandal Aligarh.
कार्यक्रम की सफलता के लिए मंडल के सभी माननीय सदस्यों के लिए बहुत बहुत बधाई ।



                                       ४२.विश्व कविता दिवस 

जय श्री कृष्णा ,आप सभी का दिन शुभ हो ।
विश्व कविता दिवस की सभी साथी मित्रों को बधाई ।
कविता मेरा दिल ,
भाव है आत्मा ।
शब्दों को गढ़ा,

प्रीत है साधना ।

                                               ४१.रे दिल 

जय श्री कृष्णा मित्रो ,आप सभी का दिन शुभ हो । (18/4/17)के दैनिक हमारा मेट्रो में मेरी रचना ,


रे दिल के खालीपन को तुम कैसे भर पाओगे !
जब वफ़ा का मतलब भी सिर्फ भोग से लगाओगे !!
प्यार नहीं होता कभी भी जिस्म का मोहताज !
इश्क़ है खुदा की सच्ची इबादत तुम कैसे समझ पाओगे !!
पूजा था जिस दिल को एक पत्थर ने खुदा की तरह !
क्या उसकी इबादत का मोल भी लगा पाओगे !!
प्यार करना लगता है आज भी जिनको एक खेल ताश का !
उस ताश के महल पर घर कैसे बना पाओगे !!
लैला मजनूँ की कहानियां पढ़ने में लगती हैं बहुत ही आसान !
मोहब्बत को निभाना एक सजदे की तरह कैसे सीख पाओगे !!
प्यार करना और निभाना दोनों जज्बात हैं अलग !
मिल्कियत प्यार की कैसे ,तुम सहेज पाओगे !!
दिल की तड़फ कहती है आज भी
वफ़ा की कहानी !
सब्र है सीने में दफन कितना, कैसे यकीं कर पाओगे !!
जानशीं हो तुम ,जान भी तुम्हीं से जिंदा रहती है !
ओ प्यार के खुदा कब मोहब्बत को कबूल कर पाओगे !!
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़

Friday 17 March 2017

                             ४० गुत्थियाँ प्रेम की 

जय श्री कृष्णा मित्रो आप सभी का दिन शुभ हो ।थैंक्स ट्रू टाइम्स (21/2/17)

                                              ३९,,इश्क का मोल 

जय श्री कृष्णा मित्रो ,आप सभी का दिन शुभ हो ।हमारा मेट्रो नॉएडा में प्रकाशित एक रचना 

                             ३८.पहचान को मजबूर 

जय श्री कृष्णा ,रचनाओं की श्रृंखला में एक और रचना राजस्थान से प्रकाशित आज 17/3/17 के दैनिक नवज्योति #नवexpress me ।


                                          ३७,रचना 


जय श्री कृष्णा ,रचनाओं की श्रृंखला में एक और रचना सौरभ दर्शन (भीलवाड़ा)में ,


                              ३६,आगमन समारोह





जय श्री कृष्णा , दिल्ली की पब्लिक लाइब्रेरी के "Amir khusro auditorium me"{11/3/17} शनिवार को अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक एवं साहित्यिक समूह आगमन द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2017, पर आयोजित भव्य समारोह में दिल्ली में एक और सम्मान "pride of the women 2017 " प्राप्त करना मेरे लिए बेहद यादगार रहा ।शुक्रगुजार हूं मेरे आराध्य का ,मेरे गुरुदेव का , मेरे सभी पाठकों का ,आदरणीय pawan jain sir ,Dr ashok madhup sir और पूरे आगमन परिवार का । रंगों का त्यौहार और मेरी जिंदगी में एक और रंग देने के लिए जिंदगी तेरा लख लख शुक्रिया । आगमन संस्था महिलाओं को आगे बढ़ने में जो सहयोग कर रही है वो अभूतपूर्व है। आगमन संस्था के निस्वार्थ सेवा भाव को मेरा दिल से सलाम । 

                             ३५,रंगों की फुहार 

जय श्री कृष्णा मित्रो होली की राम राम ।आप सभी को होली का पावन पर्व शुभ हो ।थैंक्स ट्रू टाइम्स 22/3/17(नई दिल्ली और लखनऊ ) आभार राजेश्वर राय जी ।

Sunday 12 March 2017

होली

३४.जय श्री कृष्णा ,आप सभी को सपरिवार होली मुबारक हो । होली की बहुत बहुत शुभकामनायें।

Happy holi