versha varshney {यही है जिंदगी }
जय श्री कृष्णा मित्रो,
यही है जिंदगी में मैंने मेरे और आपके कुछ मनोभावों का चित्रण करने की छोटी सी कोशिश की है !
हमारी जिंदगी में दिन प्रतिदिन कुछ ऐसा घटित होता है जिससे हम विचलित हो जाते हैं और उस अद्रश्य शक्ति को पुकारने लगते हैं !
हमारे और आपके दिल की आवाज ही परमात्मा की आवाज है ,जो हमें सबसे प्रेम करना सिखाती है !
Bec Love iS life
and Life is God .
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Friday, 24 June 2016
५.अनुत्तरीत प्रश्न
एक अनुत्तरीत सा प्रश्न दिल में जब भी आता है, भर जाता है जीवन में कड़वाहट,आँखों में आँसूं छोड़ जाताहै ! क्यूँ माँ बाप की कटुता का असर बच्चों को घायल कर जाता है ! बिखर जाती है जिंदगी भी ,जब किसी एक का प्यार घट जाता है !! सम्पूर्ण कहाँ हो पाती है जीवन की पाठशाला , जब सिखाने वाला एक शिक्षक बीच में ही छोड़कर चला जाता है, भर जाती है दुनिया के लिए एक वितृष्णा, जब माँ बाप का व्यक्तित्व बच्चों कोअपूर्ण कर जाता है ! छोटा बच्चा होता है एक कच्ची मिटटी जैसा,जैसा ढालो ढल जाता है, गर मिलती है जीवन में सिर्फ नफरत, दुनिया को नफरत ही दे पाता है! क्यूँ अपने सुख की खातिर बच्चों को तनहा कर जाते हैं, है आज भी यही यक्ष प्रश्न ............................................ क्यूँ जन्म देते हैं बच्चों को जब अपना सुख सर्वोपरि हो जाताहै ? प्यार ही जीवन की पूंजी,प्यार ही सबसे बड़ा नाता है, माता पिता का सम्पूर्ण प्यार ही बच्चों को एकअच्छा जीवन दे सकता है!!
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