versha varshney {यही है जिंदगी }
जय श्री कृष्णा मित्रो,
यही है जिंदगी में मैंने मेरे और आपके कुछ मनोभावों का चित्रण करने की छोटी सी कोशिश की है !
हमारी जिंदगी में दिन प्रतिदिन कुछ ऐसा घटित होता है जिससे हम विचलित हो जाते हैं और उस अद्रश्य शक्ति को पुकारने लगते हैं !
हमारे और आपके दिल की आवाज ही परमात्मा की आवाज है ,जो हमें सबसे प्रेम करना सिखाती है !
Bec Love iS life
and Life is God .
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Friday, 24 June 2016
६.कतरा कतरा जिंदगी कतरा कतरा जिंदगी ,खुद को न जीने दे मायूस सी बेखुदी गम को न पीने दे। उलझकर टूट न जाएँ कहीं ये तारे , चाँद की नजाकत वक़्त को समझने न दे। महफूज थी चांदनी कभी अपनी उदासियों में, बिखर रही है आज चाँद के आगोश में , मंजिलों की लगी ऐसी तलब जिंदगी को, सहकर सौ जख्म भी खुद को खोने न दे।।
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