versha varshney {यही है जिंदगी }
जय श्री कृष्णा मित्रो,
यही है जिंदगी में मैंने मेरे और आपके कुछ मनोभावों का चित्रण करने की छोटी सी कोशिश की है !
हमारी जिंदगी में दिन प्रतिदिन कुछ ऐसा घटित होता है जिससे हम विचलित हो जाते हैं और उस अद्रश्य शक्ति को पुकारने लगते हैं !
हमारे और आपके दिल की आवाज ही परमात्मा की आवाज है ,जो हमें सबसे प्रेम करना सिखाती है !
Bec Love iS life
and Life is God .
Followers
Friday, 6 October 2017
१५१,प्रेम
प्रेम सिर्फ एक समर्पण का भाव है ,फिर चाहे वो ईश्वर के प्रति हो या प्राणिमात्र के ।
प्रेम के बिना पूजा पाठ भी उसी तरह व्यर्थ है जैसे सांस के बिना शरीर ।
हमारे विचार ही हमें कमजोर बनाते हैं वरना दुनिया की कोई ताकत हमें हरा नही सकती ।
No comments:
Post a Comment