![versha varshney {यही है जिंदगी }](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhaHH9c2DUn77ljN47jKe5wMJTbXZ5hUEB5JGV-K2K1_fS6jI8mplFVk4oomCVEGVHJtH22yij5EQQ42ul8HrMjyQU5msHA1CaXRuuzQfdI9i4zRppXslIti0YV4Dqcai9_QRzqcvdDlAff/s960/IMG_20170630_122227.jpg)
versha varshney {यही है जिंदगी } जय श्री कृष्णा मित्रो, यही है जिंदगी में मैंने मेरे और आपके कुछ मनोभावों का चित्रण करने की छोटी सी कोशिश की है ! हमारी जिंदगी में दिन प्रतिदिन कुछ ऐसा घटित होता है जिससे हम विचलित हो जाते हैं और उस अद्रश्य शक्ति को पुकारने लगते हैं ! हमारे और आपके दिल की आवाज ही परमात्मा की आवाज है ,जो हमें सबसे प्रेम करना सिखाती है ! Bec Love iS life and Life is God .
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Monday, 16 October 2017
Monday, 9 October 2017
१६०.प्रेम और दिल
दिल के रिश्तों पर बात करना भी जहाँ पाप मालूम होता है ,
पूजती है दुनिया उसी को जहाँ पत्थरों का भी भय होता है !!
यूँ तो दीवानी है दुनिया राधा कृष्णा के अद्भुत् प्रेम की ,
लेकर राधा कृष्णा का नाम वहीँ पाप हर दिन होता है !!
दिल की आवाज दबा देते हैं हर दिन नर और नारी ,
वहीँ प्यार कि आढ़ में विश्वासघात हर दूसरे पल होता है !
अभागे हैं वो लोग दुनिया में जो तन्हाई में जीते हैं ,
पीते हैं आंसुओं को हर पल जहाँ प्यार बेशुमार होता है !!
अजूबा है ये दुनिया भी क्या कहें अभ्यस्त हो चुके हैं ,
जहाँ बंधन है क्या वहां सच में प्यार का भण्डार होता है !!
थक न जाए ये जिंदगी कभी तो समझा करो ए मेरे दिल ,
भरी दुनिया में भी सागर इंसान का तलबगार होता है !!
बरबादियों का जश्न मनाना भी एक शगल है जमाने में ,
मैकदा हाथों में ,होठों पर नगमा आज भी पुराना होता है !!
डूब न जाए आंसुओं के बहती धारा में धारावाहिक की तरह ,
आजकल प्रेम भी TRP पाने का घटिया नजारा होता है !!
न कर फ़रियाद न कर शिकवा जिंदगी से रात दिन
///ए मेरे दर्दे दिल ,/////
रोने से कब किसी को प्यार "वर्षा "हासिल होता है !!
Saturday, 7 October 2017
१५९,लेख
मेरा लेख बदायूं एक्सप्रेस पर ।
http://www.badaunexpress.com/badaun-plus/a-5634/
पति पत्नी का रिश्ता एक समय के बाद ठंडा होकर अपने रिश्ते की गरिमा खोने लगता है ।शादी होने के बाद जहां दोनों ही इस रिश्ते के महत्व की अनदेखा करने लगते हैं ,वहीं से धीरे धीरे एक दूसरे के लिए अहसास खत्म होने लगते हैं । घर परिवार की जिम्मेदारियां ,बच्चों का पालन पोषण ,सामाजिक रस्म रिवाज जैसे दोनों को ही मात्र एक बंधन लगने लगते हैं ,और प्यार की भावना अपना दम तोड़ने लगती है ।जो प्यार और वायदे शादी से पहले होते हैं, क्यों वो शादी के बाद सिर्फ यादें बनकर रह जाती हैं ? महंगे कपड़े ,जेवर ही खुशियों का पर्याय नहीं होते ।यदि पति पत्नी दोनों ही एक दूसरे की छोटी छोटी बातों को महत्व दें तो प्यार की गरिमा को बनाये रखना कोई कठिन कार्य नहीं !
समय समय पर एक दूसरे की समस्याओं को सुनना ,एक दूसरे की पसंद का ध्यान रखना , दोनो को एक दूसरे के नजदीक लाता है । आज के समय मे सोशल मीडिया ने भी दूरियों को कम किया है ।एक छोटी सी कॉल भी आपकी जिंदगी को खुशियां दे सकती है ।
क्या कभी किसी ने सोचा है कि आजकल रिश्ते क्यों टूट रहे हैं ?क्यों मनभेद मतभेद का रूप धारण कर लेते हैं । क्यों एक पुरुष अपनी प्रेमिका की बातों को याद रखता है,लेकिन पत्नि की बातें जहर लगने लगती हैं । क्यों बच्चों के सामने पत्नी का कोई महत्व नहीं होता ? किसी दूसरे घर से आई पत्नी के लिए वो घर हमेशा पराया ही होता है । यदि पति पत्नी दोनों ही एक दूसरे की भावनाओं को दिल से समझें और सम्मान दें तो परिवार में प्यार को बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता ।
बच्चे अपनी जगह ,और आपसी प्यार अपनी जगह ।कोई किसी की जगह नहीं ले सकता । करवा चौथ का पवित्र व्रत पति-पत्नी को एक दूसरे के करीब लाने का अच्छा प्रयास है क्योंकि पति पत्नी का रिश्ता अटूट है । तो आइए आज से ही एक दूसरे को सम्मान देने का प्रण लें । महंगे गिफ्ट देने की बजाय एक दूसरे की जरूरतों का ध्यान रखें ।एक दूसरे के साथ वक़्त बिताएं । समय का क्या भरोसा ,क्यों न आज खुशियों को गले से लगाएं ।यदि खुशियां पैसों से खरीदी जाती तो शायद आज दुनिया का कोई भी रईस व्यक्ति दुखी नहीं होता ।
समय समय पर एक दूसरे की समस्याओं को सुनना ,एक दूसरे की पसंद का ध्यान रखना , दोनो को एक दूसरे के नजदीक लाता है । आज के समय मे सोशल मीडिया ने भी दूरियों को कम किया है ।एक छोटी सी कॉल भी आपकी जिंदगी को खुशियां दे सकती है ।
क्या कभी किसी ने सोचा है कि आजकल रिश्ते क्यों टूट रहे हैं ?क्यों मनभेद मतभेद का रूप धारण कर लेते हैं । क्यों एक पुरुष अपनी प्रेमिका की बातों को याद रखता है,लेकिन पत्नि की बातें जहर लगने लगती हैं । क्यों बच्चों के सामने पत्नी का कोई महत्व नहीं होता ? किसी दूसरे घर से आई पत्नी के लिए वो घर हमेशा पराया ही होता है । यदि पति पत्नी दोनों ही एक दूसरे की भावनाओं को दिल से समझें और सम्मान दें तो परिवार में प्यार को बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता ।
बच्चे अपनी जगह ,और आपसी प्यार अपनी जगह ।कोई किसी की जगह नहीं ले सकता । करवा चौथ का पवित्र व्रत पति-पत्नी को एक दूसरे के करीब लाने का अच्छा प्रयास है क्योंकि पति पत्नी का रिश्ता अटूट है । तो आइए आज से ही एक दूसरे को सम्मान देने का प्रण लें । महंगे गिफ्ट देने की बजाय एक दूसरे की जरूरतों का ध्यान रखें ।एक दूसरे के साथ वक़्त बिताएं । समय का क्या भरोसा ,क्यों न आज खुशियों को गले से लगाएं ।यदि खुशियां पैसों से खरीदी जाती तो शायद आज दुनिया का कोई भी रईस व्यक्ति दुखी नहीं होता ।
“तमन्ना है तेरे बाजूओं में मेरा दम निकले ,
मौत भी आये तो नाम सिर्फ तेरा निकले ।
गैरों से क्यों करते रहें गिला शिकवा ।
प्यार ही प्यार में जिंदगी ताउम्र निकले ।”
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़
मौत भी आये तो नाम सिर्फ तेरा निकले ।
गैरों से क्यों करते रहें गिला शिकवा ।
प्यार ही प्यार में जिंदगी ताउम्र निकले ।”
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़
Friday, 6 October 2017
१५७,जयपुर IndianTrailbraizer WomenAwards.
जय श्री कृष्णा मित्रो ,16 सितंबर की शाम और
,indian_trailblazer_women_awards at Totuka Bhavan ,jaipur जिसमें मुझे भी award मिला ।Me awarded by Dr. Chandra Kala Mathur, Sr. Professor SMS MEDICAL COLLEGE and attached Hospital and Suman sharma adyaksh, mahila aayog, Rajasthan .गुरुजी,मेरा परिवार और आप सभी मित्रों का बहुत बहुत आभार ।आयोजक टीम जिसके अध्यक्ष Dr-Niraj Mathur ji रहे ।आपका दिल से शुक्रिया ।
राजधानी जयपुर में नई राहें तलाशकर अपनी मंजिल पर पहुंची महिलाओं का हुआ सम्मान - MM NEWS TVhttp://www.mmnewstv.com/ राजधानी-जयपुर-में-नई-राहे/ MM NEWS TV // हिमा अग्रवाल @ तोतूका भवन में सम्पन्न हुआ इण्डियन ट्रेलब्लेजर वीमन अवॉर्ड समारोह, 41 महिलाओं के सम्मान के साथ ही हुआ भव्य फैशन शो.. more @ mmnewstv.com
,indian_trailblazer_women_awards at Totuka Bhavan ,jaipur जिसमें मुझे भी award मिला ।Me awarded by Dr. Chandra Kala Mathur, Sr. Professor SMS MEDICAL COLLEGE and attached Hospital and Suman sharma adyaksh, mahila aayog, Rajasthan .गुरुजी,मेरा परिवार और आप सभी मित्रों का बहुत बहुत आभार ।आयोजक टीम जिसके अध्यक्ष Dr-Niraj Mathur ji रहे ।आपका दिल से शुक्रिया ।
राजधानी जयपुर में नई राहें तलाशकर अपनी मंजिल पर पहुंची महिलाओं का हुआ सम्मान - MM NEWS TVhttp://www.mmnewstv.com/
१५२,भ्रूण हत्या
नवदुर्गा में कन्याओं का पूजन करने वाले इस देश की एक सच्चाई ये भी है । जिस शक्ति ने राक्षसों का संहार किया ,आज उसी शक्ति को ये राक्षस अपने पैरों से कुचल रहा है ।किस युग मे जी रहे हैं हम आधुनिक या आदिम ।कुछ तो डरो भगवान से ,जिस दिन उसका रौद्र रूप सबके सामने आएगा कुछ भी नहीं बचेगा ।
आज कितनी कन्या भ्रूण हत्या हो रही हैं फिर देवी की पूजा क्यों ?????
आज कितनी कन्या भ्रूण हत्या हो रही हैं फिर देवी की पूजा क्यों ?????
१५०,गजल
नीर भरी इन आँखों मे कैसे कोई समायेगा ,
टूट गया जब सपना कोई कैसे सच हो पायेगा ।
यादों के गहरे समंदर में अक्सर गोते खाते हैं ,
मुक्त हुई धारा के लिए कौन बांध बनाएगा ।
प्यार की बहती अविरल धारा को कौन रोक पाया है ,
न ही कश्ती न ही खिवैया कौन पार ले जाएगा ।
जीवन है एक सागर जैसा किनारा नजर नहीं आता है ,
ढूंढ रही हैं आंखें उसको जो पार ले जाएगा ।
टूट गया जब सपना कोई कैसे सच हो पायेगा ।
यादों के गहरे समंदर में अक्सर गोते खाते हैं ,
मुक्त हुई धारा के लिए कौन बांध बनाएगा ।
प्यार की बहती अविरल धारा को कौन रोक पाया है ,
न ही कश्ती न ही खिवैया कौन पार ले जाएगा ।
जीवन है एक सागर जैसा किनारा नजर नहीं आता है ,
ढूंढ रही हैं आंखें उसको जो पार ले जाएगा ।
१४८,आगमन समारोह
यादगार पल धन्यवाद आगमन
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संदल सुगंध
रविवार 10 सितम्बर को दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी , चांदनी चौक दिल्ली के अमीर खुसरो सभागार में आगमन का पंचम स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया . इस अवसर पर ‘संदल सुगंध’ संकलित काव्य संग्रह के 5 भागो के लोकार्पण सहित श्री कपिल कुमार (बेल्जियम ) के मुक्तक संग्रह ‘सुनहरे अश्क ‘ एवं श्री दीपचंद महावर ‘शादाब ‘ के काव्य संग्रह ‘बिन पिरोये पर्ल्स “ का लोकार्पण सपन्न हुआ.
देश विदेश से संदल सुगंध के जिन रचनाकारों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया ,उनके नाम हैं : श्री अभिषेक कुमार शुक्ल ‘शुभम ‘ (सुलतानपुर ) , श्री अजय प्रताप सिंह चौहान (कानपुर ) , श्री अमृत राज (पुणे ) , श्री आनंद वर्धन शर्मा ( अल्मोड़ा ) , श्री अनिल कुमार सिंह (फैजाबाद ) , डॉ अंजू ठकराल (बीकानेर ) , डॉ अपर्णा शिव शर्मा (अंकलेश्वर ) , श्री अरुण धर्मावत (जयपुर ) , श्रीमती अनुपमा झा (नयी दिल्ली ) , श्रीमती अलका गुप्ता (मेरठ ) , श्री अश्विनी जोशी ( धारूहेड़ा ) , श्री ओमप्रकश कल्याणे ( नयी दिल्ली ) , कर्नल केशव सिंह ( ग्रेटर नॉएडा ) , श्रीमती किरण मिश्रा ( नॉएडा ) , श्रीमती कुसुम सिंह ( कानपुर ) , श्री कपिल कुमार (बेल्जियम ) , श्रीमती गुंजन श्रीवास्तव (कटनी , म प्र ) , श्रीमती डॉली अग्रवाल ( तावडू , गुरुग्राम ) ,श्रीमती चांदनी वर्मा ( बागपत ) , डॉ ज्योत्स्ना जैन ( नयी दिल्ली ) , सुश्री तन्वी सिंह ( आरा , बिहार ) , डॉ दुर्गा सिन्हा ‘उदार ‘ ( फरीदाबाद ) , श्री दीपचंद महावर ‘शादाब “ (दहोद , गुजरात ) ,श्री देवेश पाण्डेय (बिहार ) ,श्रीमती निवेदिता मिश्रा झा (दिल्ली ), श्रीमती नीतू गोयल (मोहाली ) ,श्रीमती नीरजा मेहता ( गाजियाबाद ) , श्री नसीर खान ( नयी दिल्ली ) , श्री नरेन्द्र श्रीवास्तव ‘अटल ‘ ( खारगोन, म प्र ) ,डॉ नरेश सागर (हापुड़ ) , श्री नवेंदु चाँद ( दिल्ली ) , श्री निहाल मोदी (बिहार ) , श्रीमती नीरू मोहन ( दिल्ली ) , श्रीमती नीरा अरीन जैन ( जयपुर ) , श्रीमती निधि मुकेश भार्गव (दिल्ली ), श्रीमती प्रिया सिन्हा ‘संदल’ (नॉएडा ) ,श्रीमती पारुल भार्गव (ग्वालियर ) , श्रीमती पूनम चन्द्रवंशी ( नॉएडा ) , श्रीमती प्रज्ञा जैमिनी ( दिल्ली ) , सुश्री प्रीति दक्ष ( दिल्ली ) , डॉ प्रशांत देव मिश्रा (एटा ) , श्री फरहत जामा खान सागर (नजीबाबाद ), डॉ बेगराज सिंह यादव (नजीबाबाद ) , श्रीमती भूपिन्दर कौर ( दिल्ली ) , सुश्री भारती सिंह रघुवंशी (दुबई ) , श्री मनोज कुमार यादव (कानपुर ) , डॉ मीना नकवी (मुरादाबाद ) , श्रीमती मनु श्वेता (खतौली , मुज़फ्फरनगर ) , श्री मनोज उपाध्याय ‘मतिहीन’ (रायपुर , छत्तीसगढ़ ) , श्रीमती मीनाक्षी माथुर (जयपुर ) , श्रीमती मीनाक्षी सुकुमारन ( नॉएडा ) , डॉ मीनू पाण्डेय ( भोपाल ) , श्री महेंद्र शर्मा ‘मधुकर ‘ (फरीदाबाद ) , श्रीमती मनीषा जोशी ( ग्रेटर नॉएडा ) , श्री मोहन लाल तेजियान ( हापुड़ ) , श्रीमती माधुरी स्वर्णकार ( दिल्ली ) , श्रीमती यश किरण ( लखनऊ ) , श्री राहुल कुमार ( बिहार ) , श्री रजनीश भारद्वाज ( इंदौर ) , डॉ रविश रंजन ( बिहार ) ,श्रीमती रोहिणी धमीजा ( मुरादाबाद ) , श्रीमती रुपिंदर बरार ( मोहाली ) , श्रीमती रंजीता नाथ घई ( अलवर ) , श्रीमती रंजीता अशेष ( नयी दिल्ली ) , श्रीमती वर्षा वार्ष्णेय ( अलीगढ ) , डॉ विमला व्यास ( इलाहबाद ) , श्री विजय स्वर्णकार ( दिल्ली ) , डॉ विश्व दीपक बमोला ( नयी दिल्ली ) , श्री विनोद कुमार वर्मा ( गाजियाबाद ) , श्री विष्णु शर्मा ( भिलाई ) , श्री विवेक शर्मा ( आगरा ) , डॉ वीणा मित्तल ( गाजियाबाद ) , श्री विकास जैन ( दिल्ली ) , डॉ वीर पटेल ( बंगार्मौ , उन्नाव ) , श्रीमती शीतल गोयल ( ग्रेटर नॉएडा ) , सुश्री शिप्रा खरे (गोला , खीरी ) , डॉ शुभंकर मुख़र्जी ( कुरुक्षेत्र ) , श्री सचिन मेहरोत्रा ( लखनऊ ) , श्रीमती संगीता शर्मा ( अलवर ) , श्रीमती सरोज तिवारी ( पटना ) , श्री संजीव बेदी ( आगरा ) , श्रीमती सविता वर्मा ‘गजल’ ( मुज़फ्फरनगर ) , डॉ सीमा अग्रवाल ( मुरादाबाद ) , श्रीमती सीमा अग्रवाल ( नयी दिल्ली ) , श्रीमती सीमा भाटिया ( लुधियाना ) , श्रीमती सूक्ष्म लता महाजन ( नॉएडा ) , श्री सुंदर सिंह ( दिल्ली ) , श्री सुनील आशियाँ (जयपुर ) , डॉ सुषमा शर्मा (मेरठ ) , श्रीमती सरिता ‘रीत’ ( नामरूप , आसाम ) , श्री सौरभ अवस्थी ( लखनऊ ) , श्रीमती स्वदेश सिंह चरौरा ( फरीदाबाद ) , श्री हरी प्रकाश गुप्ता ( भिलाई ) ..आगमन परिवार की ओर से संदल सुगंध के रचनाकारों का दूर दूर से आ कर इस कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया ...उम्मीद है कि भविष्य में भी उनका ऐसा ही स्नेह और सहियोग आगमन परिवार को मिलता रहेगा .
आगमन समूह की सह –संस्थापक डॉ स्वीट एंजेल के सुमधुर स्वागत भाषण और उन्ही के सञ्चालन में श्रीमती मंजू जोहरी ‘मधुर’ द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वन्दना से शुरू डॉ अशोक मधुप की अध्यक्षता में सम्पन्न इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री लक्ष्मी शंकर बाजपेयी , एवं विशिष्ट अतिथि श्री मंगल नसीम , डॉ हरीश नवल , श्री सुभाष चंदर , श्री दिनेश रघुवंशी , श्रीमती ममता किरण की गौरवमयी उपस्थिति को सादर नमन
कार्यक्रम की अगली श्रंखला में आगमन सम्मान समारोह आयोजित किया गया ...श्री दिनेश रघुवंशी एवं श्रीमती ममता किरण को ‘आगमन भूषण सम्मान -2017” से अलंकृत करना आगमन परिवार के लिए अविस्मर्णीय पल थे ....श्रीमती इंदिरा पूनावाला को अमृता प्रीतम सम्मान -2016 से अलंकृत किया गया .राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त गज़लकार श्रीमती तूलिका सेठ को “पंडित ओमप्रकाश चतुर्वेदी ‘पराग’ आगमन शिखर सम्मान -2017”प्रदान किया गया ..आगमन समूह के सदस्यों को आगमन समूह के कार्यक्रमों एवं गतिविधियों में सराहनीय योगदान हेतु हर वर्ष प्रदान किया जाने वाला ‘आगमन गौरव सम्मान -2017” आगमन समूह के निम्न सक्रिय सदस्यों को प्रदान किया गया
श्रीमती भूपिन्दर कौर ( दिल्ली ), श्री दीपचंद महावर ‘शादाब ( दहोद, गुजरात ) “, श्री फरहत जमा खान ‘सागर’ ( नजीबाबाद ), डॉ वीर पटेल ( उन्नाव ) , श्रीमती पारुल भार्गव ( ग्वालियर ) , श्रीमती निधि मुकेश भार्गव ( दिल्ली ) , श्रीमती रंजीता अशेष ( नयी दिल्ली ) , श्री महेंद्र शर्मा ‘मधुकर’ (फरीदाबाद ) , श्रीमती कुसुम सिंह ( कानपुर ) , डॉ वीणा मित्तल ( गाजियाबाद ) , श्रीमती डॉली अग्रवाल ( तावडू , गुरुग्राम ) , श्री संजीव बेदी ( आगरा ) , सुश्री शिप्रा खरे ( गोला , खीरी ) , श्री विष्णु शर्मा ( भिलाई )
युवा शायर श्री सचिन मेहरोत्रा (लखनऊ ) , युवा कवि श्री विकास जैन (दिल्ली ) , युवा कवयित्री सुश्री तन्वी सिंह ( आरा , बिहार ) , युवा कवयित्री श्रीमती चांदनी वर्मा ( बागपत ) को आगमन युवा प्रतिभा सम्मान -2017 से अलंकृत किया गया .
श्री कपिल कुमार ( बेल्जियम ) के मुक्तक संग्रह “सुनहरे अश्क “ का लोकार्पण आगमन के इस कार्यक्रम की उपलब्धि रहा ..बेल्जियम में रह रहे और वहां हिंदी के प्रचार एवं प्रसार के सराहनीय कार्य कर रहे कपिल जी का अपनी पुस्तक का लोकार्पण आगमन के मंच से सम्पन्न कराने की सहमती देना आगमन समूह के लिए गौरव के पल के रूप में अविस्मर्णीय बन गए ...अपने संबोधन में कपिल जी ने अपने संग्रह से कुछ मुक्तक पड़े और अपने कुछ दिली जज्बात प्रस्तुत किये ..श्री दिनेश रघुवंशी , श्री विनोद पाण्डेय आदि ने विशेष रूप से कपिल जी के व्यक्तिव एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला एवं आगमन समूह को सुन्दर आयोजन के लिए बधाई दी
अपने अपने वक्तव्यों में श्री लक्ष्मी शंकर बाजपेयी , श्री मंगल नसीम , डॉ हरीश नवल , श्री सुभाष चंदर ने कविता , साहित्य के मर्म , धर्म पर अपने अनुभवों से युवा रचनाकारों के प्रेरणाश्रोत की अपनी भूमिका एवं दायित्व का बखूबी निर्वहन किया और इन सभी साहित्य के पुरुधाओं को आगमन परिवार का दिल से नमन
श्रीमती ममता किरण ने अपने सुमधुर कंठ से अपने काव्य पाठ से पूरे सभागार को मंत्रमुग्ध किया ..डॉ सविता उपाध्याय (गुरुग्राम ) ने भी इस अवसर पर आगमन पत्रिका के “मृदुला सिन्हा केन्द्रित अंक “ के विषय में बताया
समारोह के दूसरें सत्र में संदल सुगंध के रचनाकारों एवं आगमन समूह के आजीवन सदस्यों ने अपने काव्य पाठ से मन मोह लिया ..एक से बढ़ कर एक सारगर्भित रचनाये प्रस्तुत कर उन्होंने ये साबित कर दिया कि नवोदित कवि /शायर जिसजिस तरीके से अपनी रचनाधर्मिता का निर्वहन कर रहे हैं उससे कविता /ग़ज़ल का भविष्य उनके हाथो में सुरक्षित है ..कार्यक्रम के दूसरें सत्र का सञ्चालन आगमन समूह की संयुक्त महासचिव एवं लोकप्रिय कवयित्री /लेखिका श्रीमती मनीषा जोशी ने किया
अंत में डॉ अशोक मधुप के अध्यक्षीय संबोधन के पश्चात आगमन की उपलब्धियों में एक और यादगार कार्यक्रम जुड़ गया ..पूरी आगमन टीम को दिल से बधाई
आगमन पंचम स्थापना दिवस समारोह की लाइव रिकॉर्डिंग Live50 चैनल द्वारा की गयी ..आगमन की तरफ से Live50 की पूरी टीम का तहे दिल से आभार
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संदल सुगंध
रविवार 10 सितम्बर को दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी , चांदनी चौक दिल्ली के अमीर खुसरो सभागार में आगमन का पंचम स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया . इस अवसर पर ‘संदल सुगंध’ संकलित काव्य संग्रह के 5 भागो के लोकार्पण सहित श्री कपिल कुमार (बेल्जियम ) के मुक्तक संग्रह ‘सुनहरे अश्क ‘ एवं श्री दीपचंद महावर ‘शादाब ‘ के काव्य संग्रह ‘बिन पिरोये पर्ल्स “ का लोकार्पण सपन्न हुआ.
देश विदेश से संदल सुगंध के जिन रचनाकारों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया ,उनके नाम हैं : श्री अभिषेक कुमार शुक्ल ‘शुभम ‘ (सुलतानपुर ) , श्री अजय प्रताप सिंह चौहान (कानपुर ) , श्री अमृत राज (पुणे ) , श्री आनंद वर्धन शर्मा ( अल्मोड़ा ) , श्री अनिल कुमार सिंह (फैजाबाद ) , डॉ अंजू ठकराल (बीकानेर ) , डॉ अपर्णा शिव शर्मा (अंकलेश्वर ) , श्री अरुण धर्मावत (जयपुर ) , श्रीमती अनुपमा झा (नयी दिल्ली ) , श्रीमती अलका गुप्ता (मेरठ ) , श्री अश्विनी जोशी ( धारूहेड़ा ) , श्री ओमप्रकश कल्याणे ( नयी दिल्ली ) , कर्नल केशव सिंह ( ग्रेटर नॉएडा ) , श्रीमती किरण मिश्रा ( नॉएडा ) , श्रीमती कुसुम सिंह ( कानपुर ) , श्री कपिल कुमार (बेल्जियम ) , श्रीमती गुंजन श्रीवास्तव (कटनी , म प्र ) , श्रीमती डॉली अग्रवाल ( तावडू , गुरुग्राम ) ,श्रीमती चांदनी वर्मा ( बागपत ) , डॉ ज्योत्स्ना जैन ( नयी दिल्ली ) , सुश्री तन्वी सिंह ( आरा , बिहार ) , डॉ दुर्गा सिन्हा ‘उदार ‘ ( फरीदाबाद ) , श्री दीपचंद महावर ‘शादाब “ (दहोद , गुजरात ) ,श्री देवेश पाण्डेय (बिहार ) ,श्रीमती निवेदिता मिश्रा झा (दिल्ली ), श्रीमती नीतू गोयल (मोहाली ) ,श्रीमती नीरजा मेहता ( गाजियाबाद ) , श्री नसीर खान ( नयी दिल्ली ) , श्री नरेन्द्र श्रीवास्तव ‘अटल ‘ ( खारगोन, म प्र ) ,डॉ नरेश सागर (हापुड़ ) , श्री नवेंदु चाँद ( दिल्ली ) , श्री निहाल मोदी (बिहार ) , श्रीमती नीरू मोहन ( दिल्ली ) , श्रीमती नीरा अरीन जैन ( जयपुर ) , श्रीमती निधि मुकेश भार्गव (दिल्ली ), श्रीमती प्रिया सिन्हा ‘संदल’ (नॉएडा ) ,श्रीमती पारुल भार्गव (ग्वालियर ) , श्रीमती पूनम चन्द्रवंशी ( नॉएडा ) , श्रीमती प्रज्ञा जैमिनी ( दिल्ली ) , सुश्री प्रीति दक्ष ( दिल्ली ) , डॉ प्रशांत देव मिश्रा (एटा ) , श्री फरहत जामा खान सागर (नजीबाबाद ), डॉ बेगराज सिंह यादव (नजीबाबाद ) , श्रीमती भूपिन्दर कौर ( दिल्ली ) , सुश्री भारती सिंह रघुवंशी (दुबई ) , श्री मनोज कुमार यादव (कानपुर ) , डॉ मीना नकवी (मुरादाबाद ) , श्रीमती मनु श्वेता (खतौली , मुज़फ्फरनगर ) , श्री मनोज उपाध्याय ‘मतिहीन’ (रायपुर , छत्तीसगढ़ ) , श्रीमती मीनाक्षी माथुर (जयपुर ) , श्रीमती मीनाक्षी सुकुमारन ( नॉएडा ) , डॉ मीनू पाण्डेय ( भोपाल ) , श्री महेंद्र शर्मा ‘मधुकर ‘ (फरीदाबाद ) , श्रीमती मनीषा जोशी ( ग्रेटर नॉएडा ) , श्री मोहन लाल तेजियान ( हापुड़ ) , श्रीमती माधुरी स्वर्णकार ( दिल्ली ) , श्रीमती यश किरण ( लखनऊ ) , श्री राहुल कुमार ( बिहार ) , श्री रजनीश भारद्वाज ( इंदौर ) , डॉ रविश रंजन ( बिहार ) ,श्रीमती रोहिणी धमीजा ( मुरादाबाद ) , श्रीमती रुपिंदर बरार ( मोहाली ) , श्रीमती रंजीता नाथ घई ( अलवर ) , श्रीमती रंजीता अशेष ( नयी दिल्ली ) , श्रीमती वर्षा वार्ष्णेय ( अलीगढ ) , डॉ विमला व्यास ( इलाहबाद ) , श्री विजय स्वर्णकार ( दिल्ली ) , डॉ विश्व दीपक बमोला ( नयी दिल्ली ) , श्री विनोद कुमार वर्मा ( गाजियाबाद ) , श्री विष्णु शर्मा ( भिलाई ) , श्री विवेक शर्मा ( आगरा ) , डॉ वीणा मित्तल ( गाजियाबाद ) , श्री विकास जैन ( दिल्ली ) , डॉ वीर पटेल ( बंगार्मौ , उन्नाव ) , श्रीमती शीतल गोयल ( ग्रेटर नॉएडा ) , सुश्री शिप्रा खरे (गोला , खीरी ) , डॉ शुभंकर मुख़र्जी ( कुरुक्षेत्र ) , श्री सचिन मेहरोत्रा ( लखनऊ ) , श्रीमती संगीता शर्मा ( अलवर ) , श्रीमती सरोज तिवारी ( पटना ) , श्री संजीव बेदी ( आगरा ) , श्रीमती सविता वर्मा ‘गजल’ ( मुज़फ्फरनगर ) , डॉ सीमा अग्रवाल ( मुरादाबाद ) , श्रीमती सीमा अग्रवाल ( नयी दिल्ली ) , श्रीमती सीमा भाटिया ( लुधियाना ) , श्रीमती सूक्ष्म लता महाजन ( नॉएडा ) , श्री सुंदर सिंह ( दिल्ली ) , श्री सुनील आशियाँ (जयपुर ) , डॉ सुषमा शर्मा (मेरठ ) , श्रीमती सरिता ‘रीत’ ( नामरूप , आसाम ) , श्री सौरभ अवस्थी ( लखनऊ ) , श्रीमती स्वदेश सिंह चरौरा ( फरीदाबाद ) , श्री हरी प्रकाश गुप्ता ( भिलाई ) ..आगमन परिवार की ओर से संदल सुगंध के रचनाकारों का दूर दूर से आ कर इस कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया ...उम्मीद है कि भविष्य में भी उनका ऐसा ही स्नेह और सहियोग आगमन परिवार को मिलता रहेगा .
आगमन समूह की सह –संस्थापक डॉ स्वीट एंजेल के सुमधुर स्वागत भाषण और उन्ही के सञ्चालन में श्रीमती मंजू जोहरी ‘मधुर’ द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वन्दना से शुरू डॉ अशोक मधुप की अध्यक्षता में सम्पन्न इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री लक्ष्मी शंकर बाजपेयी , एवं विशिष्ट अतिथि श्री मंगल नसीम , डॉ हरीश नवल , श्री सुभाष चंदर , श्री दिनेश रघुवंशी , श्रीमती ममता किरण की गौरवमयी उपस्थिति को सादर नमन
कार्यक्रम की अगली श्रंखला में आगमन सम्मान समारोह आयोजित किया गया ...श्री दिनेश रघुवंशी एवं श्रीमती ममता किरण को ‘आगमन भूषण सम्मान -2017” से अलंकृत करना आगमन परिवार के लिए अविस्मर्णीय पल थे ....श्रीमती इंदिरा पूनावाला को अमृता प्रीतम सम्मान -2016 से अलंकृत किया गया .राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त गज़लकार श्रीमती तूलिका सेठ को “पंडित ओमप्रकाश चतुर्वेदी ‘पराग’ आगमन शिखर सम्मान -2017”प्रदान किया गया ..आगमन समूह के सदस्यों को आगमन समूह के कार्यक्रमों एवं गतिविधियों में सराहनीय योगदान हेतु हर वर्ष प्रदान किया जाने वाला ‘आगमन गौरव सम्मान -2017” आगमन समूह के निम्न सक्रिय सदस्यों को प्रदान किया गया
श्रीमती भूपिन्दर कौर ( दिल्ली ), श्री दीपचंद महावर ‘शादाब ( दहोद, गुजरात ) “, श्री फरहत जमा खान ‘सागर’ ( नजीबाबाद ), डॉ वीर पटेल ( उन्नाव ) , श्रीमती पारुल भार्गव ( ग्वालियर ) , श्रीमती निधि मुकेश भार्गव ( दिल्ली ) , श्रीमती रंजीता अशेष ( नयी दिल्ली ) , श्री महेंद्र शर्मा ‘मधुकर’ (फरीदाबाद ) , श्रीमती कुसुम सिंह ( कानपुर ) , डॉ वीणा मित्तल ( गाजियाबाद ) , श्रीमती डॉली अग्रवाल ( तावडू , गुरुग्राम ) , श्री संजीव बेदी ( आगरा ) , सुश्री शिप्रा खरे ( गोला , खीरी ) , श्री विष्णु शर्मा ( भिलाई )
युवा शायर श्री सचिन मेहरोत्रा (लखनऊ ) , युवा कवि श्री विकास जैन (दिल्ली ) , युवा कवयित्री सुश्री तन्वी सिंह ( आरा , बिहार ) , युवा कवयित्री श्रीमती चांदनी वर्मा ( बागपत ) को आगमन युवा प्रतिभा सम्मान -2017 से अलंकृत किया गया .
श्री कपिल कुमार ( बेल्जियम ) के मुक्तक संग्रह “सुनहरे अश्क “ का लोकार्पण आगमन के इस कार्यक्रम की उपलब्धि रहा ..बेल्जियम में रह रहे और वहां हिंदी के प्रचार एवं प्रसार के सराहनीय कार्य कर रहे कपिल जी का अपनी पुस्तक का लोकार्पण आगमन के मंच से सम्पन्न कराने की सहमती देना आगमन समूह के लिए गौरव के पल के रूप में अविस्मर्णीय बन गए ...अपने संबोधन में कपिल जी ने अपने संग्रह से कुछ मुक्तक पड़े और अपने कुछ दिली जज्बात प्रस्तुत किये ..श्री दिनेश रघुवंशी , श्री विनोद पाण्डेय आदि ने विशेष रूप से कपिल जी के व्यक्तिव एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला एवं आगमन समूह को सुन्दर आयोजन के लिए बधाई दी
अपने अपने वक्तव्यों में श्री लक्ष्मी शंकर बाजपेयी , श्री मंगल नसीम , डॉ हरीश नवल , श्री सुभाष चंदर ने कविता , साहित्य के मर्म , धर्म पर अपने अनुभवों से युवा रचनाकारों के प्रेरणाश्रोत की अपनी भूमिका एवं दायित्व का बखूबी निर्वहन किया और इन सभी साहित्य के पुरुधाओं को आगमन परिवार का दिल से नमन
श्रीमती ममता किरण ने अपने सुमधुर कंठ से अपने काव्य पाठ से पूरे सभागार को मंत्रमुग्ध किया ..डॉ सविता उपाध्याय (गुरुग्राम ) ने भी इस अवसर पर आगमन पत्रिका के “मृदुला सिन्हा केन्द्रित अंक “ के विषय में बताया
समारोह के दूसरें सत्र में संदल सुगंध के रचनाकारों एवं आगमन समूह के आजीवन सदस्यों ने अपने काव्य पाठ से मन मोह लिया ..एक से बढ़ कर एक सारगर्भित रचनाये प्रस्तुत कर उन्होंने ये साबित कर दिया कि नवोदित कवि /शायर जिसजिस तरीके से अपनी रचनाधर्मिता का निर्वहन कर रहे हैं उससे कविता /ग़ज़ल का भविष्य उनके हाथो में सुरक्षित है ..कार्यक्रम के दूसरें सत्र का सञ्चालन आगमन समूह की संयुक्त महासचिव एवं लोकप्रिय कवयित्री /लेखिका श्रीमती मनीषा जोशी ने किया
अंत में डॉ अशोक मधुप के अध्यक्षीय संबोधन के पश्चात आगमन की उपलब्धियों में एक और यादगार कार्यक्रम जुड़ गया ..पूरी आगमन टीम को दिल से बधाई
आगमन पंचम स्थापना दिवस समारोह की लाइव रिकॉर्डिंग Live50 चैनल द्वारा की गयी ..आगमन की तरफ से Live50 की पूरी टीम का तहे दिल से आभार
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