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Saturday 31 December 2016

                              १४०. अलविदा २०१६ 


अलविदा 2016 ,
जा रहा हूँ फिर कभी न आने के लिए ,
आपका 2016 हूँ भुला मत देना मुझे ।
रहेंगी मेरी यादें दिलों में बाकी हमेशा ,
दिया है बहुत कुछ मैंने ज़माने के लिए ।।
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़

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