१०.जिंदगी
जिंदगी नहीं है कोई मधुशाला,
ध्यान से देखो तो लगता कोई जहर भरा प्याला !
कब तक खुद को बहलाओगे ,उठो ,जागो
कहीं उजड़ न जाये जीवन की गठरी ,
और राग भरी जीवन धारा !!
जिंदगी नहीं है कोई मधुशाला,
ध्यान से देखो तो लगता कोई जहर भरा प्याला !
कब तक खुद को बहलाओगे ,उठो ,जागो
कहीं उजड़ न जाये जीवन की गठरी ,
और राग भरी जीवन धारा !!
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