Followers

Monday 18 March 2019

125, 15 / 8 / 18 

एक अनजान सा डर 
एक अनजानी सी सदा 
बेहतर को मापने की कोशिश में 
अद्वितीय को मिलती है सजा ।

रूह के फना होने का इंतजार है सभी को ,
आजादी का दर्द भी झूठी मोह्हबत जैसा है ।


No comments:

Post a Comment