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Friday 22 July 2016

                               ५८.दिल की बात 


दिल की बात ,
मेरा मानना है यदि कोई व्यक्ति आपको दिल से कुछ भेंट करता है तो आपको उसे आभार जरूर प्रकट करना चाहिए , न कि सिर्फ भेंट की कीमत देखनी चाहिए ।जिसके पास जैसा है वो दिल से आपको उपहार देता है लेकिन जब उसको आप दो मीठे बोल भी वापस नहीं दे सकते तो उसका निराश होना स्वाभाविक है ।जब आपके साथ ऐसा होता है तो आपको क्या फील होता है ?

 
दुनिया में कौन क्या लाया है ,क्या लेकर जाएगा ।

दो मीठे बोल में सारा संसार मिल जाएगा ।

मिट्टी के शरीर का क्यों इतना गुरूर है ,

आएगा जब बुलावा सब ठाट पड़ा रह जाएगा ।।

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