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#एक समय ऐसा भी होता है जब हम बहुत अच्छे होते हैं लेकिन एक समय के बाद हमारे अंदर सिर्फ बुराइयाँ ही नजर आती हैं। किसी का ताउम्र साथ देने का वास्ता देने वालों को जब वही व्यक्ति आँख का काटा बनकर चुभने लगता है तो लगता है जैसे हमें जीने का कोई अधिकार ही नहीं ।कहते हैं न अति हर चीज की बुरी होती है प्यार हो या नफरत हद से ज्यादा कोई पचा नहीं पाता ।दिल के सच्चे लोगों को ये दुनिया भी सच नजर आती है और वो सबको अपना मान लेता है ,लेकिन वही जब अधिकार समझ लिया जाता है तो सामने वाले व्यक्ति को बोझ लगने लगता है ।अरे ! ये तो मुझे अपनी जिंदगी चैन से नहीं जीने देता । कुछ ऐसा करो कि ये अपने आप चुप हो जाये ।किसी अपने की हद से ज्यादा केअर करना भी जब उसे समस्या लगने लगे तो क्या करना चाहिए ।कभी कभी हम सामने वाले व्यक्ति के हाथों में अपनी हँसी और खुश होने की जैसे बागडोर सौंप देते हैं लेकिन जब सामने वाला समझकर भी आपको हर्ट करता है तो जैसे जिंदगी एक बोझ लगने लगती है । हम जैसे लोग दुनिया में एक दो %ही होते हैं जो जिसको अपना मान लें उसके लिए पूर्ण समर्पित हो जाते हैं और जैसे खुद को आजीवन आँसूओं के समुद्र में डुबो देते हैं ।शायद ये बातें सभी को एक मजाक लगती हैं लेकिन मुझे लगता है यही इस दुनिया की वास्तविकता है कि आप जिसको जितना अपनी ओर खींचने की कोशिश करोगे वो आपसे उतना ही दूर हो जाएगा ।अलविदा एक छोटा सा शब्द है लिखने वालों के लिए लेकिन पढ़ने वालों के लिए जैसे एक बिजली का गिरना ।
संभल जा ओ नादान
समझ ले दुनिया की रीत को
किस्मत वाले होते हैं वो
जिन्हें बदले में मिलती है प्रीत भी
लुटा कर सर्वस्व भी जो
पल में ठुकरा दे दिल के संगीत को
क्या असर होगा उन पर
आँसूओं की खारी रीत से ।
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़
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