Followers

Friday 9 October 2020

 72कुछ यूँ ही दिल की बात .......

#कर्ण की निष्ठा में कहीं न कहीं मुझे अपना #अक्स नजर आता है जिसने सब कुछ जानते हुए भी #मित्रता का साथ दिया क्योंकि वो भी दुनिया में #अकेला था और #मैं भी !किसी का साथ पाना और उसे पूर्ण #निष्ठा के साथ निभाने के लिए अपना #सर्वस्व खत्म कर देना ही कर्ण को महान बनाता है ।दुनिया में अकेले होने का दर्द हर पल सिर्फ वही समझ सकता है जिसने इस #दर्द को झेला हो ।दुर्योधन की #गलत बातों को जानते हुए भी कर्ण ने सिर्फ उसका साथ इसीलिए दिया क्योंकि उसने #अकेलेपन के दंश को झेला था और उसके एक बार #मित्र कह देने पर ही खुद को #स्वाहा कर दिया । न #सूरवीर कर्ण जिसने दुनिया में #मित्रता को अमर कर दिया ।
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़



Image may contain: one or more people and hat, text that says "जीवन में दो तरह के दोस्त ज़रूर बनाएं sypinfin.am एक कृष्ण के जैसे, जो आपके लिए लड़ेंगे नहीं, पर ये सुनिश्चित करेंगे की जीत आप की ही हो। दूसरा कर्ण की तरह जो आप के लिए तब भी लड़ँगे जय आपकी हार सामने दिव रही हो I epne.on"

Comments


No comments:

Post a Comment