40.प्रकृति की दोहरी मार से परेशान/
क्या करे गरीबी का मारा इंसान//
गली गली में लगा यूँ ठेला
जैसे लगा हो कोई मेला ,
जान की परवाह नहीं ,
लगता है कोई मजाक अलबेला।
जैसे लगा हो कोई मेला ,
जान की परवाह नहीं ,
लगता है कोई मजाक अलबेला।
भगवान शिव के लिए पूर्वजन्म में जो किया जाता है ,
इस जन्म में वही सब मिलता है ।
(शिवपुराण)
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