Followers

Friday 9 October 2020

 61.#;''

कभी कभी उदासियों में रंग घोलने का मन करता है ,

तन्हाइयों को सबब देने का मन करता है /
ये तो न थी मेरी #मंजिलों की सरहद ,
खुद को भुलाकर खामोशियों में #डूबने का मन करता है /

No comments:

Post a Comment