73 कभी कभी सारी उम्मीदें टूट जाती हैं ।सारे रिश्ते नाते हमें गलत समझते हैं लेकिन एक ईश्वर ही है जो हमारी भावनाओं और आँसूओं का मोल समझता है।आप किसी को कितना भी पुकारो ,कोई नहीं आता ।हाँ एक अदृश्य शक्ति ही आपको हिम्मत देती है और आपका सहारा बनती है ।ईश्वर का नाम अनमोल बोलो राधे राधे ।
माना कि बुराइयों का पुतला हूँ मैं
लेकिन कोई तो अच्छाई होगी मुझमें जो कोई मुझे भी मेरे बाद याद करेगा ।
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