69.जय श्री कृष्ण मित्रो ,
#माँ पर जो लिख सके
*दुनिया का संपूर्ण ग्रंथ है तो वो है माँ बेटियों के लिये इस दुनिया मे कोई स्वर्ग है तो वो है माँ जीवन जीने के लिए कोई जरूरी है तो वो है माँ जीवन की रिक्तता को यदि कोई दूर कर सकता है तो वो है माँ बहुत किस्मत वाले होते हैं वो लोग जिन्हें माँ का प्यार मिलता है यदि कोई आपसे निस्वार्थ प्यार करता है तो वो है माँ इस दुनिया से कोई आपको वाकिफ कराता है तो वो है माँ रुक जाती है जीवन की धुरी सही दिशा में जाने से सिर्फ किसी एक की कमी होने से तो वो है माँ न जाने क्यों हर पल जिसकी कमी आपको खलती है तो वो है माँ माँ का नाम आते ही बचपन याद आ जाता है रुलाता है बहुत जब माँ का साया नजर नहीं आता है जिसकी कमी आपके जीवन को संघर्ष पूर्ण बना देती है तो वो है सिर्फ माँ कोशिश करती हूँ माँ तुझसे कुछ सीखने की न जाने क्यों तेरे बिन खुद को अधूरी महसूस करती हूँ तुझ बिन कहाँ है मेरा मायका वो सूनी सी जिंदगी जाने कब मुझमें घुल गयी ,मुस्कराने की कोशिश में क्यों आँख मेरी भर गई दुनिया से बड़ा कोई छल नहीं माँ तुझ बिना जीने का कोई अर्थ नहीं काश कोई ऐसा भी हल होता ,हम याद करते माँ को और माँ का अक्स सामने होता ।
(I love you n miss you meri maa )
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़
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