108.october
आधी अधूरी सी जिंदगी
न जाने कब कहानी हो गयी ।
पत्थरों के शहर में जैसे साँस भी बेमानी हो गयी ।
न जाने कब कहानी हो गयी ।
पत्थरों के शहर में जैसे साँस भी बेमानी हो गयी ।
प्यार तो ईश्वर का वरदान है जो सबको नहीं मिलता,जिनको मिलता है उन्हें इसे सहेजकर रखना चाहिए ।
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