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Monday 30 December 2019

119,मैं कुछ लिखूँ तो जंग है पर क्या करूँ बिना लिखे मेरी दुनिया ही बेरंग है ।


कब मिलते हैं खिताब जर्रानवाजी के ,
चलते हैं जो औरों के उसूलों पर

ईमानदार वही कहलाते हैं आज भी।

💐जिंदगी# के नाजुक मोड़* पर अक्सर लोग **आपका नाम $$ भी भूल जाते हैं ************

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