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Saturday 28 December 2019

77,जय श्री कृष्ण मित्रो आपका दिन शुभ हो ।

Happy Father's day
#पिता के सम्मान में कुछ कहना
जैसे ईश्वर का अपमान है ,
माँ है बच्चों की जान तो
पिता बच्चों का मान है ।

पिता जैसे एक कल्प वृक्ष के मानिंद
तमन्नाओं की झोली भरने वाला ,
असंख्य इच्छाओं को मारकर
परिवार के कैनवास में रंग भरने वाला ।#

थोड़े से हालात क्या बदले ,
बहुत जल्दी भुला देते हैं लोग ।
गैरों से क्या गिला शिकवा ,
अपनों को ही रुला देते हैं लोग ।

दुनिया में सब एक दूसरे से सिर्फ स्वार्थ की खातिर ही तो जुड़े हैं वरना .......
#स्वार्थ की खातिर प्रेम न कीजै ,
प्रीति में छिपा है सुख अपार
ये धन मत बिसरा दीजे ।#

सुख दुख दोनों सिर्फ मन के भाव हैं ,जिस बात से एक व्यक्ति को सुख होता है उसी बात से दूसरे व्यक्ति को दुख ।

अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लगातार परिश्रम जरूरी है वरना मुर्दों को लोग जल्दी ही भुला देते हैं ।

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