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Monday 30 December 2019

127.

"#बलात्कार या पागलपन #
आदिकाल से वर्तमान युग तक महिलाओं की स्थिति में कितना बदलाव आया है  ये सब जानते हैं । ये तो बहुत छोटी सी बात है ,लड़कियों महिलाओं और छोटी बच्चियों के साथ   छेड़खानी किससे छिपी हुई हैं ।कल रात की ही तो बात है जब अपने हस्बैंड के साथ शादी में से लौट रही थी ,4 बहुत कम उम्र के लड़के बीच रास्ते में चल रहे थे । कई बार हॉर्न बजाने पर भी बीच मे से नहीं हटे ।लड़कों की शराफत तो देखिए कि अपनी माँ की उम्र की औरत को देखकर ,तेरी जवानी ...... गीत गाने लगे ।आखिर इन बच्चों को ये शिक्षा कहाँ से मिलती है ?क्या बलात्कार धर्म और जाति को देखकर किये जाते हैं या फिर मानसिक बीमारी की वजह से लोग अब एक औरत को सिर्फ मनोरंजन की वस्तु मान बैठे हैं।? क्या हमारे चारों तरफ का माहौल एक लड़की को सुरक्षा देता है ? आज जब लड़कियाँ प्रत्येक क्षेत्र में अपनी धाक जमा रही हैं फिर औरतों की सुरक्षा को लेकर इतनी लापरवाही क्यों ?आखिर कब तक विक्षिप्त मानसिकता लिए घूमते रहोगे ।यदि बचपन से ही एक लड़के को अच्छे संस्कार दिए जाएं और जो रोक टोक एक लड़की के लिए लागू हैं वही लड़कों पर भी लागू होने लगे तो बलात्कार काफी हद तक रुक सकते हैं ।
#कमजोर नहीं वो तुम्हारी माँ भी है 
शक्ति का दूसरा नाम चंडी दुर्गा भी है ।
कहीं छीन न ले काली बनकर तलवार तुम्हारी ,
पूजित जिस जहाँ में माँ भवानी भी है ।@#
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़"
#बलात्कार या पागलपन #
आदिकाल से वर्तमान युग तक महिलाओं की स्थिति में कितना बदलाव आया है ये सब जानते हैं । ये तो बहुत छोटी सी बात है ,लड़कियों महिलाओं और छोटी बच्चियों के साथ छेड़खानी किससे छिपी हुई हैं ।कल रात की ही तो बात है जब अपने हस्बैंड के साथ शादी में से लौट रही थी ,4 बहुत कम उम्र के लड़के बीच रास्ते में चल रहे थे । कई बार हॉर्न बजाने पर भी बीच मे से नहीं हटे ।लड़कों की शराफत तो देखिए कि अपनी माँ की उम्र की औरत को देखकर ,तेरी जवानी ...... गीत गाने लगे ।आखिर इन बच्चों को ये शिक्षा कहाँ से मिलती है ?क्या बलात्कार धर्म और जाति को देखकर किये जाते हैं या फिर मानसिक बीमारी की वजह से लोग अब एक औरत को सिर्फ मनोरंजन की वस्तु मान बैठे हैं।? क्या हमारे चारों तरफ का माहौल एक लड़की को सुरक्षा देता है ? आज जब लड़कियाँ प्रत्येक क्षेत्र में अपनी धाक जमा रही हैं फिर औरतों की सुरक्षा को लेकर इतनी लापरवाही क्यों ?आखिर कब तक विक्षिप्त मानसिकता लिए घूमते रहोगे ।यदि बचपन से ही एक लड़के को अच्छे संस्कार दिए जाएं और जो रोक टोक एक लड़की के लिए लागू हैं वही लड़कों पर भी लागू होने लगे तो बलात्कार काफी हद तक रुक सकते हैं ।
#कमजोर नहीं वो तुम्हारी माँ भी है
शक्ति का दूसरा नाम चंडी दुर्गा भी है ।
कहीं छीन न ले काली बनकर तलवार तुम्हारी ,
पूजित जिस जहाँ में माँ भवानी भी है ।@#
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़

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